*जैसलमेर की सुनहरी माटी के लाल महिपाल सिंह भाटी द्वारा दिया गया सफलता का स्वर्णिम सूत्र:-संघर्ष करो, जीत आपकी ही होगी।*
भौगोलिक दृष्टि से प्रकृति ने भले ही पश्चिमी राजस्थान के साथ अन्याय किया हो लेकिन इस उपेक्षित धरती में पैदा हुए लाल ने अपने अथक प्रयासों व असीम ऊर्जा से इस धरा को आदिकाल से ही गौरवान्वित करने का अद्भुत व सराहनीय प्रयास किया हैं जो अनवरत जारी है यहां के युवाओं की मेहनत, समर्पण व दृढ़ निश्चय के परिणामों ने इस धरा को समृद्ध तो किया ही है साथ ही औरों के लिये दृष्टांत व प्रेरणा भी बन रहे।
रेगिस्तान मिट्टी की आँधी से उङती नीरसता पर यहाँ के जनजीवन की सरसता हावी हो जाती है। नित्यप्रति जीवन की जद्दोजहद में न जाने कितनी विपत्तियाँ इस माटी की बेमिसाल शक्ति के आगे निःसहाय हो जाती है। कुछ ऐसी ही असीम शक्ति का पर्याय है *महिपाल सिंह भाटी*
भाटी का जन्म स्वर्णिम धरा जैसलमेर के बसिया क्षेत्र के झिनझिनियाली गाँव में जय सिंह जी के घर में हुआ। भाटी ने बास्केटबॉल🏀 में नवीन प्रतिमान स्थापित किए है। वैसे तो महिपाल सिंह की रूचि बचपन से ही विभिन्न खेलों में थी लेकिन ये रूचि उनका करियर बन जाएगी ये उनके लिए स्वप्न सदृश था।
आपके चित्त में बास्केटबॉल के प्रति रूझान जैसलमेर में आयोजित नेशनल स्तर के गेम्स के दौरान हुआ यहीं से अंकुरण भविष्य का वट वृक्ष बना। इसी बीच उनके हुनर को देखते हुए जैसलमेर में स्थित इंडोर बास्केटबॉल अकादमी में प्रवेश मिल गया तथा उन्होंने यहीं प्रशिक्षण लेना प्रारंभ कर दिया कङे परिश्रम से उनका समय के साथ-साथ हुनर निखरता गया प्रथम बार में जैसलमेर की टीम को खेलने का मौका ही नहीं मिला। इस वाकये ने उनके अंतस को झकझोर दिया। लेकिन हार न मानने की ज़िद्द ने उन्हें साबित करने का अवसर दे दिया। उनकी प्रेरणा के पुँज बने *गेमर सिंह सोढ़ा* और *अनोप सिंह भाटी* इन्होंने अपनी तक्षण कला से इतना तराशा कि यह प्रतिभा नित्यवत नवीन कीर्तिमान स्थापित करने लगी।
उनके कीर्तिमानों की सूची बेहद लम्बी है अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित *2019 में नेपाल में आयोजित साउथ एशियन गेम्स में बतौर भारतीय कप्तान भारत को गोल्ड🥇 दिलाया* इससे पूर्व 2013 में भी बतौर कप्तान यूथ बास्केटबॉल चैंपियनशिप तेहरान में सहभागी बने जहाँ पर ये एशिया के टॉप स्कॉरर रहे। राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त पुरस्कारों में 2019 सीनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप में सिल्वर🥈 मेडल जीता, 2016 में कर्नाटक में सीनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल🥇 जीता, इसकी बदौलत राजस्थान सरकार द्वारा 2017 में *राइजिंग स्टार अवार्ड्स* से नवाजा गया।
2016 में उनका भारतीय नौसेना में चयन हुआ तथा हाल ही में उन्हें राजस्थान सरकार द्वारा out of turn policy के तहत *क्षेत्रीय वन अधिकारी* के रूप में नियुक्त किया है।
महिपाल सिंह वे पात्र है जिन्होंने *मुश्किलों से डरने के बजाय उनसे लोहा लिया* न हारने की जिद्द ने अपने खेल का बेताज बादशाह बना दिया एक सामान्य परिवार से निकलकर किस प्रकार से नवीन कीर्तिमान स्थापित किए जाते है इसका उदाहरण महिपाल सिंह है।
*समस्याओं का सामना किए बिना नवीन इतिहास सृजन करना मुश्किल है।* जीवन में सदा जीतने की जिद्द ने महिपाल सिंह को अहम किरदार दिया। महिपाल सिंह समाज के उन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जिनकी खेलों में विशेष रूचि है। क़लम के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में समाज के युवा नव उमंग तथा उत्साह के साथ नवीन दृष्टांत बने यही उनकी आकांक्षा है। *महिपाल सिंह जिस समय हतोत्साहित होते थे उस समय राजस्थान ऐतिहासिक पात्रों को पढ़ते है।*
उनका ध्येय वाक्य था। *खेल में जीत*